Genesis 5

यह अध्याय आदम के परिवार के बारे में है। परमेश्वर ने मनुष्य को अपने स्वरूप में बनाया।
اسامی فرزندان ‌آدم‌ از این ‌قرار است‌. ‌وقتی خدا، انسان‌ را خلق كرد، ایشان‌ را شبیه ‌خود آفرید.
परमेश्वर ने एक पुरुष और एक स्त्री को बनाया। जिस दिन परमेश्वर ने उन्हें बनाया, आशीष दी एवं उसका नाम “आदम” रखा।
ایشان ‌را زن و مرد ‌آفرید. و آنان‌ را بركت ‌داد و اسم‌ آنها را انسان‌ گذاشت‌.
जब आदम एक सौ तीस वर्ष का हो गया तब वह एक और बच्चे का पिता हुआ। यह पुत्र ठीक आदम सा दिखाई देता था। आदम ने पुत्र का नाम शेत रखा।
وقتی آدم‌ صد و سی ساله ‌شد صاحب ‌پسری شد كه ‌شكل‌ خودش ‌بود. اسم‌ او را شیث ‌گذاشت‌.
शेत के जन्म के बाद आदम आठ सौ वर्ष जीवित रहा। इन दिनों में आदम के अन्य पुत्र और पुत्रियाँ पैदा हुईं।
بعد از آن ‌آدم ‌هشتصد سال‌ دیگر زندگی كرد و دارای پسران‌ و دختران ‌دیگری شد.
इस तरह आदम पूरे नौ सौ तीस वर्ष तक जीवित रहा, तब वह मरा।
او در نهصد و سی سالگی مرد.
जब शेत एक सौ पाँच वर्ष का हो गया तब उसे एनोश नाम का पुत्र पैदा हुआ।
وقتی شیث‌ صد و پنج‌ ساله ‌بود، پسرش‌ انوش‌ به دنیا آمد.
एनोश के जन्म के बाद शेत आठ सौ सात वर्ष जीवित रहा। इसी शेत के अन्य पुत्र—पुत्रियाँ पैदा हुईं।
بعد از آن‌ هشتصد و هفت ‌سال‌ دیگر زندگی كرد و دارای پسران ‌و دختران‌ دیگر شد.
इस तरह शेत पूरे नौ सौ बारह वर्ष जीवित रहा, तब वह मरा।
او در نهصد و دوازده‌ سالگی مرد.
एनोश जब नव्वे वर्ष का हुआ, उसे केनान नाम का पुत्र पैदा हुआ।
وقتی انوش ‌نود ساله‌ شد، پسرش‌ قینان ‌به ‌دنیا آمد.
केनान के जन्म के बाद एनोश आठ सौ फन्द्रह वर्ष जीवित रहा। इन दिनों इसके अन्य पुत्र और पुत्रियाँ पैदा हुईं।
بعد از آن ‌هشتصد و پانزده ‌سال ‌دیگر زندگی كرد و دارای پسران ‌و دختران ‌دیگر شد.
इस तरह एनोश पूरे नौ सौ पाँच वर्ष जीवित रहा, तब वह मरा।
او در نهصد و پنج ‌سالگی مرد.
जब केनान सत्तर वर्ष का हुआ, उसे महललेल नाम का पुत्र पैदा हुआ।
قینان‌، هفتاد ساله‌ بود كه ‌پسرش ‌مهللئیل به دنیا آمد.
महललेल के जन्म के बाद केनान आठ सौ चालीस वर्ष जीवित रहा। इन दिनों केनान के दूसरे पुत्र और पुत्रियाँ पैदा हुईं।
بعد از آن‌ هشتصد و چهل‌ سال‌ دیگر زندگی كرد و دارای پسران ‌و دختران‌ دیگر شد.
इस तरह केनान पूरे नौ सौ दस वर्ष जीवित रहा, तब वह मरा।
او در نهصد و ده‌ سالگی مرد.
जब महललेल पैंसठ वर्ष का हुआ, उसे येरेद नाम का पुत्र पैदा हुआ।
مهللئیل‌، شصت ‌و پنج‌ ساله‌ بود كه‌ پسرش‌ یارد به دنیا آمد.
येरेद के जन्म के बाद महललेल आठ सौ तीस वर्ष जीवित रहा। इन दिनों में उसे दूसरे पुत्र और पुत्रियाँ पैदा हुईं।
بعد از آن‌ هشتصد و سی سال‌ دیگر زندگی كرد و دارای پسران‌ و دختران‌ دیگر شد.
इस तरह महललेल पूरे आठ सौ पंचानवे वर्ष जीवित रहा। तब वह मरा।
او در هشتصد و نود و پنج ‌سالگی مرد.
जब येरेद एक सौ बासठ वर्ष का हुआ तो उसे हनोक नाम का पुत्र पैदा हुआ।
یارد، صد و شصت‌ و دو ساله ‌بود كه‌ پسرش ‌خنوخ به دنیا آمد.
हनोक के जन्म के बाद येरेद आठ सौ वर्ष जीवित रहा। इन दिनों में उसे दूसरे पुत्र और पुत्रियाँ पैदा हुईं।
بعد از آن‌ هشتصد سال‌ دیگر زندگی كرد و دارای پسران ‌و دختران ‌دیگر شد.
इस तरह येरेद पूरे नौ सौ बांसठ वर्ष जीवित रहा, तब वह मरा।
او در نهصد و شصت‌ و دو سالگی مرد.
जब हनोक पैंसठ वर्ष का हुआ, उसे मतूशेलह नाम का पुत्र पैदा हुआ।
خنوخ‌، شصت‌ و پنج ‌ساله ‌بود كه ‌پسرش ‌متوشالح به دنیا آمد.
मतूशेलह के जन्म के बाद हनोक परमेश्वर के साथ तीन सौ वर्ष रहा। इन दिनों उसके दूसरे पुत्र पुत्रियाँ पैदा हुईं।
بعد از آن‌، خنوخ‌ سیصد سال ‌دیگر زندگی كرد و همیشه‌ رابطهٔ نزدیكی با خدا داشت‌. او دارای پسران ‌و دختران ‌دیگر شد،
इस तरह हनोक पूरे तीन सौ पैंसठ वर्ष जीवित रहा।
و تا سیصد و شصت ‌و پنج‌ سالگی درحالی‌که ‌رابطهٔ ‌نزدیكی با خدا داشت‌، زندگی كرد و بعد از آن ‌ناپدید شد، چون ‌خدا او را برد.
एक दिन हनोक परमेश्वर के साथ चल रहा था और गायब हो गया क्योंकि परमेश्वर ने उसे उठा लिया।
و تا سیصد و شصت ‌و پنج‌ سالگی درحالی‌که ‌رابطهٔ ‌نزدیكی با خدا داشت‌، زندگی كرد و بعد از آن ‌ناپدید شد، چون ‌خدا او را برد.
जब मतूशेलह एक सौ सत्तासी वर्ष का हुआ, उसे लेमेक नाम का पुत्र पैदा हुआ।
متوشالح‌، صد و هشتاد و هفت‌ ساله‌ بود كه ‌پسرش‌ لمک‌ به دنیا آمد.
लेमेक के जन्म के बाद मतूशेलह सात सौ बयासी वर्ष जीवित रहा। इन दिनों उसे दूसरे पुत्र और पुत्रियाँ पैदा हुईं।
بعد از آن‌ هفتصد و هشتاد و دو سال‌ دیگر زندگی كرد و دارای پسران ‌و دختران‌ دیگر شد.
इस तरह मतूशेलह पूरे नौ सौ उनहत्तर वर्ष जीवित रहा, तब यह मरा।
او در نهصد و شصت‌ و نه ‌سالگی مرد.
जब लेमेक एक सौ बयासी वर्ष का हुआ, वह एक पुत्र का पिता बना।
لمک‌، صد و هشتاد و دو ساله بود كه ‌پسری برای او به دنیا آمد.
लेमेक के पुत्र का नाम नूह रखा। लेमेक ने कहा, “हम किसान लोग बहुत कड़ी मेहनत करते हैं क्यैंकि परमेश्वर ने भूमि को शाप दे दिया है। किन्तु नूह हम लोगों को विश्राम देगा।”
لمک‌ گفت‌: «این ‌پسر، ما را از سختی كار زراعت ‌در روی زمینی كه‌ خداوند آن را لعنت ‌كرده‌، آرام‌ خواهد ساخت‌.» بنابراین‌، اسم ‌او را نوح ‌گذاشت‌.
नूह के जन्म के बाद, लेमेक पाँच सौ पंचानवे वर्ष जीवित रहा। इन दिनों उसे दूसरे पुत्र और पुत्रियाँ पैदा हुईं।
لمک ‌بعد از آن ‌پانصد و نود و پنج ‌سال ‌دیگر زندگی كرد و دارای پسران و دختران ‌دیگر شد.
इस तरह लेमेक पूरे सात सौ सतहत्तर वर्ष जीवित रहा, तब वह मरा।
او در سن‌ هفتصد و هفتاد و هفت‌ سالگی مرد.
जब नूह पाँच सौ वर्ष का हुआ, उसके शेम, हाम, और येपेत नाम के पुत्र हुए।
بعد از آنکه نوح ‌پانصد ساله شد، صاحب سه پسر گردید، به‌ نامهای سام‌، حام‌ و یافث‌.