अब्राम चारों तरफ यात्रा करता रहा। उसने नेगेव को छोड़ा और बेतेल को लौट गया। वह बेतेल नगर और ऐ नगर के बीच के प्रदेश में पहुँचा। यह वही जगह थी जहाँ अब्राम और उसका परिवार पहले तम्बू लगाकर ठहरा था।
او آنجا را ترک كرد و از جایی به جایی دیگر میرفت تا به بیتئیل رسید. او به محلی بین بیتئیل و عای رسید، یعنی همان جایی كه قبلاً خیمه زده
हम लोगों को अलग हो जाना चाहिए। तुम जो चाहो जगह चुन लो। अगर तुम बायीं औरो जाओगे तो मैं दाहिनी ओर जाऊँगा। अगर तुम दाहिनी ओर जाओगे तो मैं बायीं ओर जऊँगा।”
پس بیا از هم جدا شویم. تو هر قسمت از زمین را كه میخواهی انتخاب كن. تو به یک طرف برو و من به طرف دیگر.»
लूत ने निगाह दौड़ाई और यरदन की घाटी को देखा। लूत ने देखा कि वहाँ बहुत पानी है। (यह बात उस समय की है जब यहोवा ने सदोम और अमोरा को नष्ट नहीं किया था। उस समय यरदन की घाटी सोअर तक यहोवा के बाग की तरह पूरे रास्ते के साथ—साथ फैली थी। यह प्रदेश मिस्र देश की तरह अच्छा था।)
لوط خوب به اطراف نگاه كرد و دید كه تمام دشت اردن و تمام راه صوغر مانند باغ خداوند و یا مانند زمین مصر، آب فراوان دارد. (این قبل از آن بود كه خداوند شهرهای سدوم و غموره را خراب كند.)
इस तरह अब्राम ने अपना तम्बू हटाया। वह मम्रे के बड़े पेड़ों के पास रहने लगा। यह हेब्रोन नगर के करीब था। उस जगह पर अब्राम ने एक वेदी यहोवा की उपासना के लिए बनायी।
پس اَبرام كوچ كرد و اردوی خود را نزدیک بلوطستان ممری كه در حبرون است، بنا كرد و در آنجا قربانگاهی برای خداوند ساخت.