और जैसे कि तुम हर बात में यानी विश्वास में, वाणी में, ज्ञान में, अनेक प्रकार से उपकार करने में और हमने तुम्हें जिस प्रेम की शिक्षा दी है उस प्रेम में, भरपूर हो, वैसे ही अनुग्रह के इस कार्य में भी भरपूर हो जाओ।
از این گذشته، چنانکه شما در هر امر دیگری از قبیل ایمان، سخندانی، درک حقیقت، جدّیت و محبّت نسبت به ما غنی هستید، میخواهیم كه در این امر خیر هم غنی باشید.