हे याजकों और यहोवा के दासों,
आँगन और वेदी के बीच में बुहार करो।
सभी लोगों ये बातें तुम्हें कहनी चाहिये: “यहोवा ने तुम्हारे लोगों पर करूणा की।
तुम अपने लोगों को लज्जित मत होने दो।
तुम अपने लोगों को दूसरों के बीच में
हँसी का पात्र मत बनने दो।
तुम दूसरे देशों को हँसते हुए कहने का अवसर मत दो कि, ‘उनका परमेश्वर कहाँ है?’”
Kněží, služebníci Hospodinovi, ať plačí mezi síňcí a oltářem, a řeknou: Odpusť, ó Hospodine, lidu svému, a nevydávej dědictví svého v pohanění, tak aby nad nimi panovati měli pohané. Proč mají říkati mezi národy: Kde jest Bůh jejich?