यहोवा ने देखा कि राजा और यहूदा के प्रमुखों ने अपने आप को विनम्र बनाया है। तब यहोवा का सन्देश शमायाह के पास आया। यहोवा ने शमायाह से कहा, “राजा और लोगों ने अपने को विनम्र किया है, इसलिये मैं उन्हें नष्ट नहीं करूँगा अपितु मैं उन्हें शीघ्र ही बचाऊँगा। मैं शीशक का उपयोग यरूशलेम पर अपना क्रोध उतारने के लिये नहीं करूँगा।
A když viděl Hospodin, že se ponížili, stalo se slovo Hospodinovo k Semaiášovi, řkoucí: Ponížiliť jsou se, neshladím jich, ale dám jim tudíž vysvobození, aniž se vyleje prchlivost má na Jeruzalém skrze Sesáka.