किन्तु रूत ने कहा, “अपने को छोड़ने के लिये मुझे विवश मत करो! अपने लोगों में लौटने के लिये मुझे विवश मत करो। मुझे अपने साथ चलने दो। जहाँ कहीं तुम जाओगी, मैं सोऊँगी। जहाँ कहीं तुम सोओगी, मैं सोऊँगी। तुम्हारे लोग, मेरे लोग होंगे। तुम्हारा परमेश्वर, मेरा परमेश्वर होगा।
Но Рут каза: Не ме убеждавай да те оставя и да не дойда след теб, защото, където отидеш ти, ще отида и аз и където останеш, ще остана и аз; твоят народ ще бъде мой народ и твоят Бог — мой Бог;