Leviticus 14

यहोवा ने मूसा से कहा,
وَكَلَّمَ الرَّبُّ مُوسَى قَائِلاً:
“ये उन लोगों के लिए नियम हैं जिन्हें भयानक चर्म रोग था और जो स्वास्थ हो गए। ये नियम उस व्यक्ति को शुद्ध बनाने के लिए है। “याजक को उस व्यक्ति को देखान चाहिए जिसे भयानक चर्म रोग है।
«هذِهِ تَكُونُ شَرِيعَةَ الأَبْرَصِ: يَوْمَ طُهْرِهِ، يُؤْتَى بِهِ إِلَى الْكَاهِنِ.
याजक को उस व्यक्ति के पास डेरे के बाहर जाना चाहिए। याजक को यह देखने का प्रयत्न करना चाहिए कि वह चर्म रोग अच्छा हो गाय है।
وَيَخْرُجُ الْكَاهِنُ إِلَى خَارِجِ الْمَحَلَّةِ، فَإِنْ رَأَى الْكَاهِنُ وَإِذَا ضَرْبَةُ الْبَرَصِ قَدْ بَرِئَتْ مِنَ الأَبْرَصِ،
यदि व्यक्ति स्वस्थ है तो याजक उसे यह करने को कहेगा: उसे दो जीवित शुद्ध पक्षी, एक देवदारू की लकड़ी, लाल कपड़े का एक टुकड़ा और एक जूफा का पौधा लाना चाहिए।
يَأْمُرُ الْكَاهِنُ أَنْ يُؤْخَذَ لِلْمُتَطَهِّرِ عُصْفُورَانِ حَيَّانِ طَاهِرَانِ، وَخَشَبُ أَرْزٍ وَقِرْمِزٌ وَزُوفَا.
याजक को बहते हुए पानी के ऊपर मिट्टी के एक कटोरे में एक पक्षी को मारने का आदेश देना चाहिए।
وَيَأْمُرُ الْكَاهِنُ أَنْ يُذْبَحَ الْعُصْفُورُ الْوَاحِدُ فِي إِنَاءِ خَزَفٍ عَلَى مَاءٍ حَيٍّ.
तब याजक दूसरे पक्षी को ले, जो अभी जीवित है और देवदारू की लकड़ी, लाल कपड़े के टुकड़े और जूफा का पौधा ले। याजक को जीवित पक्षी और अन्य चीज़ों को बहते हुए पानी के ऊपर मारे गए पक्षी के खून में डूबाना चाहिए।
أَمَّا الْعُصْفُورُ الْحَيُّ فَيَأْخُذُهُ مَعَ خَشَبِ الأَرْزِ وَالْقِرْمِزِ وَالزُّوفَا وَيَغْمِسُهَا مَعَ الْعُصْفُورِ الْحَيِّ فِي دَمِ الْعُصْفُورِ الْمَذْبُوحِ عَلَى الْمَاءِ الْحَيِّ،
याजक उस व्यक्ति पर सात बार खून छिड़केगा जिसे भायनक चर्म रोग है। तब याजक को घोषित करना चाहिए कि वह व्यक्ति सुद्ध है। तब याजक को खुले मैदान में जाना चाहिए और जीवित पक्षी को उड़ा देना चाहिए।
وَيَنْضِحُ عَلَى الْمُتَطَهِّرِ مِنَ الْبَرَصِ سَبْعَ مَرَّاتٍ فَيُطَهِّرُهُ، ثُمَّ يُطْلِقُ الْعُصْفُورَ الْحَيَّ عَلَى وَجْهِ الصَّحْرَاءِ.
“इसके बाद उस व्यक्ति को अपने वस्त्र धोने चाहिए। उसे अपने सारे बाल काट डालने चाहिए और पानी से नहाना चाहिए। वह शुद्ध हो जाएगा। तब वह व्यक्ति डेरे में जा सकेगा। किन्तु उस अपने खेमे के बाहर सात दिन तक रहना चाहिए।
فَيَغْسِلُ الْمُتَطَهِّرُ ثِيَابَهُ وَيَحْلِقُ كُلَّ شَعْرِهِ وَيَسْتَحِمُّ بِمَاءٍ فَيَطْهُرُ. ثُمَّ يَدْخُلُ الْمَحَلَّةَ، لكِنْ يُقِيمُ خَارِجَ خَيْمَتِهِ سَبْعَةَ أَيَّامٍ.
सातवें दिन उसे अपने सारे बाल काट डालने चाहिए। उसे अपने सिर, दाढ़ी, भौंहों के सभी बाल कटवा लेने चाहिए। तब उसे अपने कपड़े धोने चाहिए और पानी से नहाना चाहिए। तब वह व्यक्ति शुद्ध होगा।
وَفِي الْيَوْمِ السَّابعِ يَحْلِقُ كُلَّ شَعْرِهِ: رَأْسَهُ وَلِحْيَتَهُ وَحَوَاجِبَ عَيْنَيْهِ وَجَمِيعَ شَعْرِهِ يَحْلِقُ. وَيَغْسِلُ ثِيَابَهُ وَيَرْحَضُ جَسَدَهُ بِمَاءٍ فَيَطْهُرُ.
“आठवें दिन उस व्यक्ति को दो नर मेमने लेने चाहिए जिनमें कोई दोष न हो। उसे एक वर्ष की एक मादा मेमना भी लेनी चाहिए जिसमें कोई दोष न हो। उसे छ: र्क्वाट तेल मिला उत्तम महीन आटा लेना चाहिए। यह आटा अन्नबलि के लिए है। व्यक्ति को दो तिहाई पिन्ट जैतून का तेल लेना चाहिए।
ثُمَّ فِي الْيَوْمِ الثَّامِنِ يَأْخُذُ خَرُوفَيْنِ صَحِيحَيْنِ وَنَعْجَةً وَاحِدَةً حَوْلِيَّةً صَحِيحَةً وَثَلاَثَةَ أَعْشَارِ دَقِيق تَقْدِمَةً مَلْتُوتَةً بِزَيْتٍ وَلُجَّ زَيْتٍ.
(याजक को घोषणा करनी चाहिए कि वह व्यक्ति शुद्ध है।) याजक को उस व्यक्ति और उसकी बलि को मिलापवाले तम्बू के द्वार पर यहोवा के सामने लाना चाहिए।
فَيُوقِفُ الْكَاهِنُ الْمُطَهِّرُ الإِنْسَانَ الْمُتَطَهِّرَ وَإِيَّاهَا أَمَامَ الرَّبِّ لَدَى بَابِ خَيْمَةِ الاجْتِمَاعِ.
याजक नर मेमनों में से एक को दोषबलि के रूप में चढ़ाएगा। वह उस मेमनों और उस तेल को यहोवा के सामने उत्तोलन बलि के रूप में चढ़ाएगा।
ثُمَّ يَأْخُذُ الْكَاهِنُ الْخَرُوفَ الْوَاحِدَ وَيُقَرِّبُهُ ذَبِيحَةَ إِثْمٍ مَعَ لُجِّ الزَّيْتِ. يُرَدِّدُهُمَا تَرْدِيدًا أَمَامَ الرَّبِّ.
तब याजक नर मेमने को उसी पवित्र स्थान पर मारेगा जहाँ वे पापबलि और होमबलि को मारते हैं। दोषबलि, पापबलि के समान है। यह याजक की है। यह अत्यन्त पवित्र है।
وَيَذْبَحُ الْخَرُوفَ فِي الْمَوْضِعِ الَّذِي يَذْبَحُ فِيهِ ذَبِيحَةَ الْخَطِيَّةِ وَالْمُحْرَقَةَ فِي الْمَكَانِ الْمُقَدَّسِ، لأَنَّ ذَبِيحَةَ الإِثْمِ كَذَبِيحَةِ الْخَطِيَّةِ لِلْكَاهِنِ. إِنَّهَا قُدْسُ أَقْدَاسٍ.
“याजक दोषबलि का कुछ खून लेगा और फिर याजक इसमें से कुछ खून शुद्ध किये जाने वाले व्यक्ति के दाएँ कान के निचले सिरे पर लागएगा। याजक कुछ खून उस व्यक्ति के हाथ के दाएँ अंगूठे और दाएँ पैर के अंगूठे पर लगाएगा।
وَيَأْخُذُ الْكَاهِنُ مِنْ دَمِ ذَبِيحَةِ الإِثْمِ وَيَجْعَلُ الْكَاهِنُ عَلَى شَحْمَةِ أُذُنِ الْمُتَطَهِّرِ الْيُمْنَى، وَعَلَى إِبْهَامِ يَدِهِ الْيُمْنَى، وَعَلَى إِبْهَامِ رِجْلِهِ الْيُمْنَى.
याजक कुछ तेल भी लेगा और अपनी बाँयी हथेली पर डालेगा।
وَيَأْخُذُ الْكَاهِنُ مِنْ لُجِّ الزَّيْتِ وَيَصُبُّ فِي كَفِّ الْكَاهِنِ الْيُسْرَى.
तब याजक अपने दाएँ हाथ की ऊँगलियाँ अपने बाएँ हाथ की हथेली में रखे हुये तेल में डुबाएगा। वह अपनी उँगली का उपयोग कुछ तेल यहोवा के सामने सात बार छिड़कने के लिए करेगा।
وَيَغْمِسُ الْكَاهِنُ إِصْبَعَهُ الْيُمْنَى فِي الزَّيْتِ الَّذِي عَلَى كَفِّهِ الْيُسْرَى، وَيَنْضِحُ مِنَ الزَّيْتِ بِإِصْبَعِهِ سَبْعَ مَرَّاتٍ أَمَامَ الرَّبِّ.
याजक अपनी हथेली का कुछ तेल शुद्ध किये जाने बा ले व्यक्ति के दाएँ कान के निचले सिरे पर लगाएगा। याजक कुछ तेल उस व्यक्ति के दाएँ हाथ के अंगूठे और दाएं पैर के अंगूठे पर लागाएगा। याजक कुछ तेल दोषबलि के खून पर लगाएगा।
وَمِمَّا فَضِلَ مِنَ الزَّيْتِ الَّذِي فِي كَفِّهِ يَجْعَلُ الْكَاهِنُ عَلَى شَحْمَةِ أُذُنِ الْمُتَطَهِّرِ الْيُمْنَى، وَعَلَى إِبْهَامِ يَدِهِ الْيُمْنَى، وَعَلَى إِبْهَامِ رِجْلِهِ الْيُمْنَى، عَلَى دَمِ ذَبِيحَةِ الإِثْمِ.
याजक अपनी हथेली में बचा हुआ तेल शुद्ध किए जाने वाले व्यक्ति के सिर पर लगाएगा। इस प्रकार याजक उस व्यक्ति के पाप का यहोवा के सामने भुगतान करेगा।
وَالْفَاضِلُ مِنَ الزَّيْتِ الَّذِي فِي كَفِّ الْكَاهِنِ يَجْعَلُهُ عَلَى رَأْسِ الْمُتَطَهِّرِ، وَيُكَفِّرُ عَنْهُ الْكَاهِنُ أَمَامَ الرَّبِّ.
“उसके बाद याजक पापबलि चढ़ाएगा और व्यक्ति के पापों का भुगतान करेगा जिससे वह शुद्ध हो जाएगा। इसके पश्चात याजक होमबलि के लिए जानवर को मारेगा।
ثُمَّ يَعْمَلُ الْكَاهِنُ ذَبِيحَةَ الْخَطِيَّةِ وَيُكَفِّرُ عَنِ الْمُتَطَهِّرِ مِنْ نَجَاسَتِهِ. ثُمَّ يَذْبَحُ الْمُحْرَقَةَ.
तब याजक होमबलि और अन्नबलि को वेदी पर चढ़ाएगा। इस प्रकार याजक उस व्यक्ति के पापों का भुगतान करेगा और वह व्यक्ति शुद्ध हो जायेगा।
وَيُصْعِدُ الْكَاهِنُ الْمُحْرَقَةَ وَالتَّقْدِمَةَ عَلَى الْمَذْبَحِ وَيُكَفِّرُ عَنْهُ الْكَاهِنُ فَيَطْهُرُ.
“किन्तु यदि व्यक्ति गरीब है और उन बलियों को देने में असमर्थ है तो उसे एक मेमना दोषबलि के रूप में लेना चाहिए। यह उत्तोलनबलि होगी जिससे याजक उसके पापों के भुगतान के लिए देगा। उसे दो क्वार्ट तेल मिला उत्तम महीन आटा लेना चाहिए। यह आटा अन्नबलि के रूप में उपयोग में आएगा। व्यक्ति को दो तिहाई पिन्ट जैतून का तेल
«لكِنْ إِنْ كَانَ فَقِيرًا وَلاَ تَنَالُ يَدُهُ، يَأْخُذُ خَرُوفًا وَاحِدًا ذَبِيحَةَ إِثْمٍ لِتَرْدِيدٍ، تَكْفِيرًا عَنْهُ، وَعُشْرًا وَاحِدًا مِنْ دَقِيق مَلْتُوتٍ بِزَيْتٍ لِتَقْدِمَةٍ، وَلُجَّ زَيْتٍ،
और दो फ़ाख्ते या दो कबूतर के बच्चे लेने चाहिए। इन चीज़ों को देने में गरीब लोग भी समर्थ होंगे। एक पक्षी पापबलि के लिए होगा और दूसरा होमबलि का होगा।
وَيَمَامَتَيْنِ أَوْ فَرْخَيْ حَمَامٍ كَمَا تَنَالُ يَدُهُ، فَيَكُونُ الْوَاحِدُ ذَبِيحَةَ خَطِيَّةٍ، وَالآخَرُ مُحْرَقَةً.
“आठवें दिन, वह व्यक्ति उन चीज़ों को याजक के पास मिलापवाले तम्बू के द्वार पर लाएगा। वे चीज़ें यहोवा के सामने बलि चढ़ाई जाएंगी जिससे व्यक्ति शुद्ध हो जाएगा।
وَيَأْتِي بِهَا فِي الْيَوْمِ الثَّامِنِ لِطُهْرِهِ إِلَى الْكَاهِنِ، إِلَى بَابِ خَيْمَةِ الاجْتِمَاعِ أَمَامَ الرَّبِّ.
याजक, दोषबलि के रूप में तेल और मेमने को लेगा। तथा यहोवा के सामने उत्तोलनबलि के रूप में चढ़ाएगा।
فَيَأْخُذُ الْكَاهِنُ كَبْشَ الإِثْمِ وَلُجَّ الزَّيْتِ، وَيُرَدِّدُهُمَا الْكَاهِنُ تَرْدِيدًا أَمَامَ الرَّبِّ.
तब याजक दोषबलि के मेमने को मारेगा। याजक दोषबलि का कुछ खून लेगा याजक इस में से कुछ खून शुद्ध बनाए जाने वाले व्यक्ति के दाएँ कान के निचले सिरे पर लगाएगा। याजक इसमें से कुछ खून इस व्यक्ति के दाएँ हाथ के अंगूठे और दाएँ पैर के अंगूठे पर लगाएगा।
ثُمَّ يَذْبَحُ كَبْشَ الإِثْمِ، وَيَأْخُذُ الْكَاهِنُ مِنْ دَمِ ذَبِيحَةِ الإِثْمِ وَيَجْعَلُ عَلَى شَحْمَةِ أُذُنِ الْمُتَطَهِّرِ الْيُمْنَى، وَعَلَى إِبْهَامِ يَدِهِ الْيُمْنَى، وَعَلَى إِبْهَامِ رِجْلِهِ الْيُمْنَى.
याजक इस तेल में से कुछ अपनी बायीं हथेली में भी डालेगा।
وَيَصُبُّ الْكَاهِنُ مِنَ الزَّيْتِ فِي كَفِّ الْكَاهِنِ الْيُسْرَى،
याजक अपने दाएँ हाथ की उँगली का उयोग अपनी हथेली के तेल को यहोवा के सामने सात बार छिड़कने के लिए करेगा।
وَيَنْضِحُ الْكَاهِنُ بِإِصْبَعِهِ الْيُمْنَى مِنَ الزَّيْتِ الَّذِي فِي كَفِّهِ الْيُسْرَى سَبْعَ مَرَّاتٍ أَمَامَ الرَّبِّ.
तब याजक अपनी हथेली के कुछ तेल को शुद्ध बनाए जाने वाले व्यक्ति के दाएँ कान के सिरे पर लगाएगा। याजक इस तेल में से कुछ तेल व्यक्ति के दाएँ हाथ के अंगूठे और उसके दाएँ पैर के अंगूठ पर लगाएगा। याजक दोषबलि के खून लगे स्थान पर इसमें से कुछ तेल लगाएगा।
وَيَجْعَلُ الْكَاهِنُ مِنَ الزَّيْتِ الَّذِي فِي كَفِّهِ عَلَى شَحْمَةِ أُذُنِ الْمُتَطَهِّرِ الْيُمْنَى، وَعَلَى إِبْهَامِ يَدِهِ الْيُمْنَى، وَعَلَى إِبْهَامِ رِجْلِهِ الْيُمْنَى، عَلَى مَوْضِعِ دَمِ ذَبِيحَةِ الإِثْمِ.
याजक को अपनी हथेली के बचे हुये तेल को शुद्ध किए जाने वाले व्यक्ति के सिर पर डालना चाहिए। इस प्रकार यहोवा के सामने याजक उस व्यक्ति के पापों का भुगतान करेगा।
وَالْفَاضِلُ مِنَ الزَّيْتِ الَّذِي فِي كَفِّ الْكَاهِنِ يَجْعَلُهُ عَلَى رَأْسِ الْمُتَطَهِّرِ تَكْفِيرًا عَنْهُ أَمَامَ الرَّبِّ.
“तब व्यक्ति फाख्तों में से एक या कबूतर के बच्चों में से एक की बलि चढ़ाएगा। गरीब लोग भी इन पक्षियों को भेंट करने में समर्थ होंगे।
ثُمَّ يَعْمَلُ وَاحِدَةً مِنَ الْيَمَامَتَيْنِ أَوْ مِنْ فَرْخَيِ الْحَمَامِ، مِمَّا تَنَالُ يَدُهُ.
व्यक्ति को अपनी सामर्थ्य के अनुसार बलि चढ़ानी चाहिए। उसे पक्षियों में से एक को पापबलि के रूप में चढ़ाना चाहिए और दूसरे पक्षी को होमबलि के रूप में उसे उनकी अन्नबलि के साथ भेंट चढ़ाना चाहिए। इस प्रकार याजक यहोवा के सामने उस व्यक्ति के पाप का भुगतान करेगा और वह व्यक्ति शुद्ध हो जाएगा।”
مَا تَنَالُ يَدُهُ: الْوَاحِدَ ذَبِيحَةَ خَطِيَّةٍ، وَالآخَرَ مُحْرَقَةً مَعَ التَّقْدِمَةِ. وَيُكَفِّرُ الْكَاهِنُ عَنِ الْمُتَطَهِّرِ أَمَامَ الرَّبِّ.
ये भयानक चर्मरोग के ठीक होने के बाद किसी एक व्यक्ति को शुद्ध करने का नियम हैं। ये नियम उन व्याक्ति यों के लिए हैं जो शुद्ध करने के नियम हैं। ये नियम उन व्यक्तियों के लिए हैं जो शुद्ध होने के लिए सामान्य बलियों का व्यय नहीं उठा सकते।
هذِهِ شَرِيعَةُ الَّذِي فِيهِ ضَرْبَةُ بَرَصٍ الَّذِي لاَ تَنَالُ يَدُهُ فِي تَطْهِيرِهِ».
यहोवा ने मूसा और हारून से यह भी कहा,
وَكَلَّمَ الرَّبُّ مُوسَى وَهَارُونَ قَائِلاً:
“मैं तुम्हारे लोगों को कनान देश दे रहा हूँ। तुम्हारे लोग इस भूमि पर जाएंगे। उस समय मैं हो सकता है, कुछ लोगों के घरों में फफूँदी लगा दूँ।
«مَتَى جِئْتُمْ إِلَى أَرْضِ كَنْعَانَ الَّتِي أُعْطِيكُمْ مُلْكًا، وَجَعَلْتُ ضَرْبَةَ بَرَصٍ فِي بَيْتٍ فِي أَرْضِ مُلْكِكُمْ.
तो उस घर के मालिक को याजक के पास आकर कहना चाहिए, ‘मैंने अपने घर में फफूँदी जैसी कोई चीज देखी है।’
يَأْتِي الَّذِي لَهُ الْبَيْتُ، وَيُخبِرُ الْكَاهِنِ قَائِلاً: قَدْ ظَهَرَ لِي شِبْهُ ضَرْبَةٍ فِي الْبَيْتِ.
“तब याजक को आदेश देना चाहिए कि घर को खाली कर दिया जाय। लोगों को याजक के फफूँदी देखने जाने से पहले ही यह करना चाहिए। इस तरह घर की सभी चीज़ों को याजक को असुद्ध नहीं कहना पड़ेगा। लोगों द्वारा घर खाली कर दिए जाने पर याजक घर में देखने जाएगा।
فَيَأْمُرُ الْكَاهِنُ أَنْ يُفْرِغُوا الْبَيْتَ قَبْلَ دُخُولِ الْكَاهِنِ لِيَرَى الضَّرْبَةَ، لِئَلاَّ يَتَنَجَّسَ كُلُّ مَا فِي الْبَيْتِ. وَبَعْدَ ذلِكَ يَدْخُلُ الْكَاهِنُ لِيَرَى الْبَيْتَ.
याजक फफूँदी को देखेगा। यदि फफूँदी ने घर की दीवारों पर हरे या लाल रंग के चकत्ते बना दिए हैं और फफूँदी दीवार की सतह पर बढ़ रही है,
فَإِذَا رَأَى الضَّرْبَةَ، وَإِذَا الضَّرْبَةُ فِي حِيطَانِ الْبَيْتِ نُقَرٌ ضَارِبَةٌ إِلَى الْخُضْرَةِ أَوْ إِلَى الْحُمْرَةِ، وَمَنْظَرُهَا أَعْمَقُ مِنَ الْحَائِطِ،
तो याजक को घर से बाहर निकल आना चाहिए और सात दिन तक घर बन्द कर देना चाहिए।
يَخْرُجُ الْكَاهِنُ مِنَ الْبَيْتِ إِلَى بَابِ الْبَيْتِ، وَيُغْلِقُ الْبَيْتَ سَبْعَةَ أَيَّامٍ.
“सातवें दिन, याजक को वहाँ लौटना चाहिए और घर की जाँच करनी चाहिए। यदि घर की दीवारों पर फफूँदी फैल गई हो
فَإِذَا رَجَعَ الْكَاهِنُ فِي الْيَوْمِ السَّابعِ وَرَأَى وَإِذَا الضَّرْبَةُ قَدِ امْتَدَّتْ فِي حِيطَانِ الْبَيْتِ،
तो याजक को लोगों को आदेश देना चाहिए कि वे फफूँदी सहित पत्थरों को उखाड़ें और उन्हें दूर फेंग दें। उन्हें उन पत्थरों को नगर से बाहर विशेष अशुद्ध स्थान पर फेंकना चाहिए।
يَأْمُرُ الْكَاهِنُ أَنْ يَقْلَعُوا الْحِجَارَةَ الَّتِي فِيهَا الضَّرْبَةُ وَيَطْرَحُوهَا خَارِجَ الْمَدِينَةِ فِي مَكَانٍ نَجِسٍ.
तब याजक को पूरे घर को अन्दर से खुरचवा डालना चाहिए। लोगों को उस लेप को जिसे उन्होंने खुरचा है, फेंक देना चाहिए। उन्हें उस लेप को नगर के बाहर विशेष अशुद्ध स्थान पर डालना चाहिए।
وَيُقَشِّرُ الْبَيْتَ مِنْ دَاخِل حَوَالَيْهِ، وَيَطْرَحُونَ التُّرَابَ الَّذِي يُقَشِّرُونَهُ خَارِجَ الْمَدِينَةِ فِي مَكَانٍ نَجِسٍ.
तब उस व्यक्ति को नए पत्थर दीवारों में लगाने चाहिए और उसे उन दीवारों को नए लेप से ढक देना चाहिए।
وَيَأْخُذُونَ حِجَارَةً أُخْرَى وَيُدْخِلُونَهَا فِي مَكَانِ الْحِجَارَةِ، وَيَأْخُذُ تُرَابًا آخَرَ وَيُطَيِّنُ الْبَيْتَ.
“सम्भव है कोई व्यक्ति पुराने पत्थरों और लेप को निकाल कर नेये पत्थरों और लेप को लगाए और सम्भव है वह फफूँदी उस घर में फिर प्रकट हो।
فَإِنْ رَجَعَتِ الضَّرْبَةُ وَأَفْرَخَتْ فِي الْبَيْتِ بَعْدَ قَلْعِ الْحِجَارَةِ وَقَشْرِ الْبَيْتِ وَتَطْيِينِهِ،
तब याजक को आकर उस घर की जाँच करनी चाहिए। यदि फफूँदी घर में फैल गई हो तो यह रोग है जो दूसरी जगहों में जल्दी से फैलता है। अत: घर अशुद्ध है।
وَأَتَى الْكَاهِنُ وَرَأَى وَإِذَا الضَّرْبَةُ قَدِ امْتَدَّتْ فِي الْبَيْتِ، فَهِيَ بَرَصٌ مُفْسِدٌ فِي الْبَيْتِ. إِنَّهُ نَجِسٌ.
उस व्यक्ति को वह घर गिरा देना चाहिए। उन्हें सारे पत्थर, लेप तथा अन्य लकड़ी के टुकड़ों को नगर से बाहर अशुद्ध स्थान पर ले जाना चाहिए
فَيَهْدِمُ الْبَيْتَ: حِجَارَتَهُ وَأَخْشَابَهُ وَكُلَّ تُرَابِ الْبَيْتِ، وَيُخْرِجُهَا إِلَى خَارِجِ الْمَدِينَةِ إِلَى مَكَانٍ نَجِسٍ.
और कोई व्यक्ति जो उसमें जाता है, सन्ध्या तक अशुद्ध रहेगा।
وَمَنْ دَخَلَ إِلَى الْبَيْتِ فِي كُلِّ أَيَّامِ انْغِلاَقِهِ، يَكُونُ نَجِسًا إِلَى الْمَسَاءِ.
यदि कोई व्यक्ति उसमें भोजन करता है या उसमें सोता है तो उस व्यक्ति को अपने वस्त्र धोने चाहिए।
وَمَنْ نَامَ فِي الْبَيْتِ يَغْسِلُ ثِيَابَهُ. وَمَنْ أَكَلَ فِي الْبَيْتِ يَغْسِلُ ثِيَابَهُ.
“घर में नये पत्थर और लेप लगाने के बाद याजक को घर की जाँच करनी चाहिए। यदि फफूँदी घर में नहीं फैली है तो याजक घोषणा करेगा कि घर शुद्ध है। क्यों? क्योंकि फफूँदी समाप्त हो गई है!
لكِنْ إِنْ أَتَى الْكَاهِنُ وَرَأَى وَإِذَا الضَّرْبَةُ لَمْ تَمْتَدَّ فِي الْبَيْتِ بَعْدَ تَطْيِينِ الْبَيْتِ، يُطَهِّرُ الْكَاهِنُ الْبَيْتَ. لأَنَّ الضَّرْبَةَ قَدْ بَرِئَتْ.
“तब, घर को शुद्ध करने के लिए याजक को दो पक्षी, एक देवदारू की लकड़ी, एक लाल कपड़े का टुकड़ा और जूफा का पैधा लेना चाहिए।
فَيَأْخُذُ لِتَطْهِيرِ الْبَيْتِ عُصْفُورَيْنِ وَخَشَبَ أَرْزٍ وَقِرْمِزًا وَزُوفَا.
याजक बहते पानी के ऊपर मिट्टी के कटोरे में एक पक्षी को मारेगा।
وَيَذْبَحُ الْعُصْفُورَ الْوَاحِدَ فِي إِنَاءِ خَزَفٍ عَلَى مَاءٍ حَيٍّ،
तब याजक देवदारू की लकड़ी, जूफा का पौधा, लाल कपड़े का टुकड़ा और जीवित पक्षी को लेगा। याजक बहते जल के ऊपर मारे गए पक्षी के खून में उन चीज़ों को डुबाएगा। तब याजक उस खून को उस घर पर सात बार छिड़केगा।
وَيَأْخُذُ خَشَبَ الأَرْزِ وَالزُّوفَا وَالْقِرْمِزَ وَالْعُصْفُورَ الْحَيَّ وَيَغْمِسُهَا فِي دَمِ الْعُصْفُورِ الْمَذْبُوحِ وَفِي الْمَاءِ الْحَيِّ، وَيَنْضِحُ الْبَيْتَ سَبْعَ مَرَّاتٍ،
इस प्रकार याजक उन चीज़ों का उपयोग घर को शुद्ध करने के लिए करेगा।
وَيُطَهِّرُ الْبَيْتَ بِدَمِ الْعُصْفُورِ وَبِالْمَاءِ الْحَيِّ وَبِالْعُصْفُورِ الْحَيِّ وَبِخَشَبِ الأَرْزِ وَبِالزُّوفَا وَبِالْقِرْمِزِ.
याजक खुले मैदान में नगर के बाहर जाएगा और पक्षी को उड़ा देगा। इस प्रकार याजक घर को शुद्ध करेगा। घर शुद्ध हो जाएगा।”
ثُمَّ يُطْلِقُ الْعُصْفُورَ الْحَيَّ إِلَى خَارِجِ الْمَدِينَةِ عَلَى وَجْهِ الصَّحْرَاءِ وَيُكَفِّرُ عَنِ الْبَيْتِ فَيَطْهُرُ.
वे नियम भयानक चर्मरोग के,
«هذِهِ هِيَ الشَّرِيعَةُ لِكُلِّ ضَرْبَةٍ مِنَ الْبَرَصِ وَلِلْقَرَعِ،
घर या कपड़े के टुकड़ों पर की फफूँदी के बारे में हैं।
وَلِبَرَصِ الثَّوْبِ وَالْبَيْتِ،
वे नियम सूजन, फुंसियों या चर्मरोग पर सफेद दाग से सम्बन्धित हैं।
وَلِلنَّاتِئِ وَلِلْقُوبَاءِ وَلِلُّمْعَةِ،
वे नियम सिखाते हैं कि चीजें कब अशुद्ध हैं तथा कब शुद्ध हैं। वे नियम उस प्रकार की बिमारियों से सम्बन्धित हैं।
لِلتَّعْلِيمِ فِي يَوْمِ النَّجَاسَةِ وَيَوْمِ الطَّهَارَةِ. هذِهِ شَرِيعَةُ الْبَرَصِ».