मेरा स्वामी यहोवा यह कहता है, “एक विदेशी को जिसका खतना न हुआ हो, मेरे मन्दिर में नहीं आना चाहिए, उन विदेशियों को भी नहीं, जो इस्राएल के लोगों के बीच स्थायी रूप से रहते हैं। उसका खतना अवश्य होना चाहिए और उसे मेरे प्रति पूरी तरह समर्पित होना चाहिए, इसके पूर्व कि वह मेरे मन्दिर में आए।
« هكَذَا قَالَ السَّيِّدُ الرَّبُّ: ابْنُ الْغَرِيبِ أَغْلَفُ الْقَلْبِ وَأَغْلَفُ اللَّحْمِ لاَ يَدْخُلُ مَقْدِسِي، مِنْ كُلِّ ابْنٍ غَرِيبٍ الَّذِي مِنْ وَسْطِ بَنِي إِسْرَائِيلَ.