सुलैमान ने सलाईयाँ, प्याले, कढ़ाईयाँ और धूपदान बनाने के लिये शुद्ध सोने का उपयोग किया। सुलैमान ने मन्दिर के दरवाजों, सर्वाधिक पवित्र स्थान और मुख्य विशाल कक्ष के भीतरी दरवाजों को बनाने के लिये शुद्ध सोने का उपयोग किया।
وَالْمَقَاصَّ وَالْمَنَاضِحَ وَالصُّحُونَ وَالْمَجَامِرَ مِنْ ذَهَبٍ خَالِصٍ، وَبَابَ الْبَيْتِ وَمَصَارِيعَهُ الدَّاخِلِيَّةَ لِقُدْسِ الأَقْدَاسِ وَمَصَارِيعَ بَيْتِ الْهَيْكَلِ مِنْ ذَهَبٍ.