एक्रोन के लोगों ने सभी पलिश्ती सेनापतियों को एक साथ बुलाया। एक्रोन के लोगों ने सेनापतियों से कहा, “इस्राएल के परमेश्वर के सन्दूक को, उसके पहले कि वह हमें और हमारे लोगों को मार डाले। इसके पहले के स्थान पर भेज दो!” एक्रोन के लोग बहुत भयभीत थे। परमेश्वर ने उस स्थान पर उनके जीवन को बहुत कष्टमय बना दिया।
وَأَرْسَلُوا وَجَمَعُوا كُلَّ أَقْطَابِ الْفِلِسْطِينِيِّينَ وَقَالُوا: «أَرْسِلُوا تَابُوتَ إِلهِ إِسْرَائِيلَ فَيَرْجعَ إِلَى مَكَانِهِ وَلاَ يُمِيتَنَا نَحْنُ وَشَعْبَنَا». لأَنَّ اضْطِرَابَ الْمَوْتِ كَانَ فِي كُلِّ الْمَدِينَةِ. يَدُ اللهِ كَانَتْ ثَقِيلَةً جِدًّا هُنَاكَ.