Häpiään ja pilkkaan tulkoon kaikki, jotka sieluani väijyvät: palatkoon takaperin ja nauruksi tulkoon, jotka minulle pahaa suovat.
कुछ लोग मुझे मारने पीछे पड़े हैं।
उन्हें निराश और लज्जित कर।
उनको मोड़ दे और उन्हें भगा दे।
मुझे क्षति पहुँचाने का कुचक्र जो रचा रहे हैं
उन्हें असमंजस में डाल दे।
Kaikki minun luuni sanokaan: Herra, kuka on sinun vertaises? sinä joka päästät nöyrän väkevämmän käsistä, raadollisen ja köyhän raatelialtansa.
मैं अपने सम्पूर्ण मन से कहूँगा,
हे “यहोवा, तेरे समान कोई नहीं है।
तू सबलों से दुर्बलों को बचाता है।
जो जन शक्तिशाली होते हैं, उनसे तू वस्तुओं को छीन लेता है और दीन और असहाय लोगों को देता है।”
Minä käytin itseni kuin he olisivat olleet minun ystäväni ja veljeni: niinkuin se joka äitiänsä murehtii, kävin minä kumarruksissa murhevaatteissa.
उन लोगों के लिए मैंने शोक वस्त्र धारण किये। मैंने उन लोगों के साथ मित्र वरन भाई जैसा व्यवहार किया। मैं उस रोते मनुष्य सा दु:खी हुआ, जिसकी माता मर गई हो।
ऐसे लोगों से शोक प्रकट करने के लिए मैंने काले वस्त्र पहन लिए। मैं दु:ख में डूबा और सिर झुका कर चला।
Mutta he iloitsevat minun vahingostani ja kokoontuvat: ontuvat myös kokoovat heitänsä havaitsematta minua vastaan, he repivät ja ei lakkaa.
पर जब मुझसे कोई एक चूक हो गई, उन लोगों ने मेरी हँसी उड़ाई।
वे लोग सचमुच मेरे मित्र नहीं थे।
मैं उन लोगोंको जानता तक नहीं। उन्होंने मुझको घेर लिया और मुझ पर प्रहार किया।
Herra, kuinka kauvan sinä tätä katselet? Päästä siis sieluni heidän hävityksestänsä, ja yksinäiseni nuorista jalopeuroista.
मेरे स्वामी, तू कब तक यह सब बुरा होते हुए देखेगा ये लोग मुझे नाश करने का प्रयत्न कर रहे हैं।
हे यहोवा, मेरे प्राण बचा ले। मेरे प्रिय जीवन की रक्षा कर। वे सिंह जैसे बन गए हैं।
Häväistäköön ja nauruksi joutukoon kaikki, jotka onnettomuudestani iloitsevat: puetettakoon häpiällä ja pilkalla, jotka itsiänsä minusta kerskaavat.
मैं आशा करता हूँ कि मेरे शत्रु निराश और लज्जित होंगे।
वे जन प्रसन्न थे जब मेरे साथ बुरी बातें घट रही थीं।
वे सोचा करते कि वे मुझसे श्रेष्ठ हैं!
सो ऐसे लोगों को लाज में डूबने दे।