انسان هم به خواب ابدی فرو میرود
و تا نیست شدن آسمانها برنمیخیزد
و کسی او را بیدار نمیکند.
उसी तरह जब कोई व्यक्ति मर जाता है
वह नीचे लेट जाता है
और वह महानिद्रा से फिर खड़ा नहीं होता।
वैसे ही वह व्यक्ति जो प्राण त्यागता है
कभी खड़ा नहीं होता अथवा चिर निद्रा नहीं त्यागता
जब तक आकाश विलुप्त नहीं होंगे।
آب، سنگها را میساید
و سیلابها خاک زمین را میشوید.
به همین ترتیب تمام امیدهای انسان را نقش برآب میسازی.
जल पत्थरों के ऊपर से बहता है और उन को घिस डालता है
तथा धरती की मिट्टी को जल बहाकर ले जाती है।
हे परमेश्वर, उसी तरह व्यक्ति की आशा को तू बहा ले जाता है।