«تو به خودت و به نیرنگهایت اطمینان داشتی،
و فکر میکردی کسی نمیتواند تو را ببیند.
حکمت و دانش تو، تو را گمراه کرد،
تو به خودت میگفتی، 'من خدا هستم،
دیگر کسی مثل من نیست.'
तू बुरे काम करती है, फिर भी तू अपने को सुरक्षित समझती है।
तू कहा करती है, ‘तेरे बुरे काम को कोई नहीं देखता।’
तू बुरे काम करती है किन्तु तू सोचती है कि तेरी बुद्धि और तेरा ज्ञान तुझको बचा लेंगे।
तू स्वयं को सोचती है कि, ‘बस एक तू ही महत्त्वपूर्ण है।
तेरे जैसा और कोई भी दूसरा नहीं है।’