سال بعد دوباره آنها نزد یوسف آمدند و گفتند: «ای آقا، ما حقیقت را از تو پنهان نمیكنیم، پول ما تمام شده و همهٔ حیوانات ما هم مال شماست. دیگر به غیراز بدنها و زمینهایمان چیزی نداریم كه به تو بدهیم.
किन्तु दूसरे वर्ष लोगों के पास जानवर नहीं रह गए और भोजन खरीदने के लिए कुछ भी न रहा। इसलिए लोग यूसुफ के पास गए और बोले, “आप जानते हैं कि हम लोगों के पास धन नहीं बचा है और हमारे सभी जानवर आपके हो गये हैं। इसलिए हम लोगों के पास कुछ नहीं बचा है। वह बचा है केवल, जो आप देखते हैं, हमारा शरीर और हमारी भूमि।