Opět poslal jiné služebníky, řka: Povězte pozvaným: Aj, oběd můj připravil jsem, volové moji a krmný dobytek zbit jest, a všecko hotovo. Pojďtež na svadbu.
“उसने अपने सेवकों को फिर भेजा, उसने कहा कि जिन लोगों को विवाह भोज पर बुलाया गया है उनसे कहो, ‘देखो मेरी दावत तैयार है। मेरे साँडों और मोटे ताजे पशुओं को काटा जा चुका है। सब कुछ तैयार है। ब्याह की दावत में आ जाओ।’
I poslali k němu učedlníky své s herodiány, řkouce: Mistře, víme, že pravdomluvný jsi a cestě Boží v pravdě učíš a nedbáš na žádného; nebo nepatříš na osobu lidskou.
उन्होंने अपने चेलों को हेरोदियों के साथ उसके पास भेजा। उन लोगों ने यीशु से कहा, “गुरु, हम जानते हैं कि तू सच्चा है तू सचमुच परमेश्वर के मार्ग की शिक्षा देता है। और तब, कोई क्या सोचता है, तू इसकी चिंता नहीं करता क्योंकि तू किसी व्यक्ति की हैसियत पर नहीं जाता।
Řekli mu: Císařův. Tedy dí jim: Dejtež, co jest císařova, císaři, a co jest Božího, Bohu.
उन्होंने उससे कहा, “महाराजा कैसर के।” तब उसने उनसे कहा, “अच्छा तो फिर जो महाराजा कैसर का है, उसे महाराजा कैसर को दो, और जो परमेश्वर का है, उसे परमेश्वर को।”
Řkouce: Mistře, Mojžíš pověděl: Umřel-li by kdo, nemaje dětí, aby bratr jeho právem švagrovství pojal ženu jeho a vzbudil símě bratru svému.
“गुरु, मूसा के उपदेश के अनुसार यदि बिना बाल बच्चों के कोई, मर जाये तो उसका भाई, निकट सम्बन्धी होने के नाते उसकी विधवा से ब्याह करे और अपने भाई का वंश बढ़ाने के लिये संतान पैदा करे।
I bylo u nás sedm bratrů. První pojav ženu, umřel, a nemaje semene, zůstavil ženu svou bratru svému.
अब मानो हम सात भाई हैं। पहले का ब्याह हुआ और बाद में उसकी मृत्यु हो गयी। फिर क्योंकि उसके कोई संतान नहीं हुई, इसलिये उसके भाई ने उसकी पत्नी को अपना लिया।