A což rozsíváš, ne to tělo, kteréž potom zroste, rozsíváš, ale holé zrno, jaké se trefí, pšenice nebo kteréžkoli jiné.
और जहाँ तक जो तुम बोते हो, उसका प्रश्न है, तो जो पौधा विकसित होता है, तुम उस भरेपुरे पौधे को तो धरती में नहीं बोते। बस केवल बीज बोते हो, चाहे वह गेहूँ का दाना हो और चाहे कुछ और।