"Dođu li k tebi lupeži il' kradljivci noćni, kako li ćeš biti oplijenjen! Neće li te okrasti po miloj volji? Dođu li trgači k tebi, zar će i pabirka ostaviti?
तुम सचमुच बरबाद हो जाओगे! देखो!
कोई चोर तुम्हारे यहाँ आता है!
जब, रात में डाकू आते है!
तो वे भी उतना ही चुराकर या लूटकर ले जाते हैं जितना ले जा सकते हैं!
तुम्हारे अंगूर के बगीचों में जब अंगूर तोड़ने वाले आते हैं
तो अंगूर तोड़ने के बाद वे भी अपने पीछे कुछ न कुछ छोड़ ही जाते हैं।