काश! परमेश्वर तुझे बुद्धि के छिपे रहस्य बताता
और वह सचमुच तुझे उनको बतायेगा! हर कहानी के दो पक्ष होते हैं,
अय्यूब, मेरी सुन परमेश्वर तुझे कम दण्डित कर रहा है,
अपेक्षाकृत जितना उसे सचमुच तुझे दण्डित करना चाहिये।
किन्तु जब बुरे लोग आसरा ढूढेंगे तब उनको नहीं मिलेगा।
उनके पास कोई आस नहीं होगी।
वे अपनी विपत्तियों से बच कर निकल नहीं पायेंगे।
मृत्यु ही उनकी आशा मात्र होगी।”